अब की बार कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
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विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
रमन तेरा जाना जरूरी है,
कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
एक नहीं दो नहीं तीन-तीन बार,
हमने तुम्हें मौका दिया।
हर बार तेरे झूठी वादों की कहकसो ने,
हमें चौका दिया।
भोलीभाली जनता की विश्वासों पर,
तुमनें खोपी छूरी है।
रमन तेरा सरकार जाना जरूरी है,
अब की बार कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
सस्ते में चावल बाँट कर समझ रहा है,
गरीबी उन्मूलन का उपाय किया है।
पर सच तो ये है,
मजदूरों को कमजोर और निःसहाय किया है।
न बोनस दिया न कीमत दिया,
धान भी तूने लिया नहीं।
सारी फसल गई अकाल में,
फिर भी कर्जा माफ किया नहीं।
छत्तीसगढी़ मेहनतकश मेहनती अब,
खुन के आँसू पी रहा है।
गरीबी के आँकड़ों में,
एक नंबर का तमगा लिए जी रहा है।
यहाँ दाने-दाने को मोहताज़ किसान,
तू खा रहा हलवा पूरी है।
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
रमन तेरा सरकार जाना जरूरी है,
अब की बार कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
औद्योगिकरण का आड कर,
तकलीफ किसी की नहीं देख रहा है।
शोषण कर स्वार्थ के तवों पर,
सिर्फ अपनी रोटी सेंक रहा है।
हिन्दुओं को बरगला कर,
राम के नाम पर लूट रहा है।
बाहर के घुसपैठियों को,
हर जगह काम पर यहाँ ठूस रहा है।
बढ़ रही बेरोजगारी है,
शिक्षित और अनपढ़ सब परेशान है
तेरे निरंकुश शासन और कुर्सी लोलुपता से,
सब हैरान है।
यहाँ के नौजवानों से भी,
मुहँ मोड़कर तुमने बना ली दूरी है।
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
रमन तेरा सरकार जाना जरूरी है,
अब की बार कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
बच्चे बूढ़े और जवान सभी,
तेरे मनसूबों को हर घडी भाँप रहे है।
जीवित ही क्या बेजान सड़कें भी,
घडी-घडी तेरी राह ताक रहे है।
साईकिल, मशीन, टेबलेट जैसी चीजों से,
जनता को फुसला रहे हो।
बडे-बडे वादे कर,
अपने ही हर वादों को झूठला रहे हो।
राज्य के खनिज संपदाओं का,
कर रहे हो घोटालों पर घोटाला।
जनता का दिवाला निकालने वाले,
गोरे तन पर तेरा नीयत है काला।
घमंड हो गया है तुम्हें अपने जीत का,
अहं तेरा टूटना जरूरी है।
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
रमन तेरा सरकार जाना जरूरी है,
अब की बार कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
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गोकुल कुमार पटेल
(इन रचनाओ पर आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए मार्गदर्शक बन सकती है, आप की प्रतिक्रिया के इंतजार में।)
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विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
रमन तेरा जाना जरूरी है,
कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
एक नहीं दो नहीं तीन-तीन बार,
हमने तुम्हें मौका दिया।
हर बार तेरे झूठी वादों की कहकसो ने,
हमें चौका दिया।
भोलीभाली जनता की विश्वासों पर,
तुमनें खोपी छूरी है।
रमन तेरा सरकार जाना जरूरी है,
अब की बार कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
सस्ते में चावल बाँट कर समझ रहा है,
गरीबी उन्मूलन का उपाय किया है।
पर सच तो ये है,
मजदूरों को कमजोर और निःसहाय किया है।
न बोनस दिया न कीमत दिया,
धान भी तूने लिया नहीं।
सारी फसल गई अकाल में,
फिर भी कर्जा माफ किया नहीं।
छत्तीसगढी़ मेहनतकश मेहनती अब,
खुन के आँसू पी रहा है।
गरीबी के आँकड़ों में,
एक नंबर का तमगा लिए जी रहा है।
यहाँ दाने-दाने को मोहताज़ किसान,
तू खा रहा हलवा पूरी है।
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
रमन तेरा सरकार जाना जरूरी है,
अब की बार कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
औद्योगिकरण का आड कर,
तकलीफ किसी की नहीं देख रहा है।
शोषण कर स्वार्थ के तवों पर,
सिर्फ अपनी रोटी सेंक रहा है।
हिन्दुओं को बरगला कर,
राम के नाम पर लूट रहा है।
बाहर के घुसपैठियों को,
हर जगह काम पर यहाँ ठूस रहा है।
बढ़ रही बेरोजगारी है,
शिक्षित और अनपढ़ सब परेशान है
तेरे निरंकुश शासन और कुर्सी लोलुपता से,
सब हैरान है।
यहाँ के नौजवानों से भी,
मुहँ मोड़कर तुमने बना ली दूरी है।
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
रमन तेरा सरकार जाना जरूरी है,
अब की बार कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
बच्चे बूढ़े और जवान सभी,
तेरे मनसूबों को हर घडी भाँप रहे है।
जीवित ही क्या बेजान सड़कें भी,
घडी-घडी तेरी राह ताक रहे है।
साईकिल, मशीन, टेबलेट जैसी चीजों से,
जनता को फुसला रहे हो।
बडे-बडे वादे कर,
अपने ही हर वादों को झूठला रहे हो।
राज्य के खनिज संपदाओं का,
कर रहे हो घोटालों पर घोटाला।
जनता का दिवाला निकालने वाले,
गोरे तन पर तेरा नीयत है काला।
घमंड हो गया है तुम्हें अपने जीत का,
अहं तेरा टूटना जरूरी है।
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
रमन तेरा सरकार जाना जरूरी है,
अब की बार कांग्रेस को लाना हमारी मजबूरी है
विकास की राह ताकती छत्तीसगढ़ महतारी की,
हर अभिलाषा अधूरी है।
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गोकुल कुमार पटेल
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