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Monday 2 October 2017

गोडसे तु पहले आया होता तो अच्छा होता

गोडसे तु पहले आया होता तो अच्छा होता
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गोडसे तु पहले आया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु पहले गोली चलाया होता तो अच्छा होता।
कितना कुछ बदल गया, तब तुमने चुप्पी तोडी।
कितना कुछ बदल गया, तब तुमने साथ छोडी।
गोडसे तु पहले मन को समझाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु पहले गोली चलाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु पहले आया होता तो अच्छा होता।

अमृतसर के जलियावाले बाग में कितना नरसंहार हुआ।
निर्दोष, निहत्थो पर कितने बेदर्दी से प्रहार हुआ।
उन्होंने कुछ नहीं कहा, क्योंकि उनसे वे मिले हुए थे।
पर तु भी तो मौन था, क्या तेरे होंठ भी सिले हुए थे।
भारतीयों पर जुल्म होता रहा, आँखें बंद कर तु सोता रहा।
गोडसे तु पहले जाग गया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु पहले गोली चलाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु पहले आया होता तो अच्छा होता।

भगत, राजगुरू, सुखदेव ने आजादी का आगाज किया।
संसद में बम गिराकर, बहरो के लिए आवाज किया।
एक भी जान न गई और उनके मनसूबों को सब जान गए।
रगो में बहती देश भक्ति की धारा को सब पहचान गए ।
सबकी नजर गाँधी पर थी,पर वे मुँह अपना खोले नहीं।
रूक सकती थी फाँसी, फिर भी गाँधी कुछ बोले नहीं।
गोडसे तु उस दिन कुछ बोला होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु उस दिन गोली चलाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु पहले आया होता तो अच्छा होता।

केरल में हिन्दुओं को मारकर, मुस्लिम कर रहे थे गुनाह ।
और गाँधी दे रहे थे मुस्लिमों के हर अपराधों को पनाह।
स्वामी श्रद्धानन्द के हत्यारे अब्दुल रशीद को सबने कहा कसाई।
शिवाजी, महाराणा प्रताप व गुरू गोबिन्द को उन्होंने पथभ्रष्ट कहा और अब्दुल रशीद को कहा भाई।
गोडसे तु उस दिन गाँधी को रिश्तों की अहमियत समझाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु उस दिन गोली चलाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु पहले आया होता तो अच्छा होता।

नेताजी सुभाष जीत कर हारे, वल्लभभाई भी जीत कर हारा।
पट्टाभि सीतारमय्या, जवाहरलाल नेहरु ने हारकर बाजी मारा।
मन्दिरों पर सरकारी व्यय के पारित प्रस्ताव को निरस्त करवाया।
और हठकर सरकारी खर्चो पर मस्जिदों का मरम्मत  करवाया।
ये सब अभिमान के कारण, कर रहे थे पक्षपात पर पक्षपात।
अनशन की धमकी देकर, मनवा रहे थे अपनी हर बात।
गोडसे तु उस दिन गाँधी को भाई चारे का मतलब समझाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु उस दिन गोली चलाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु पहले आया होता तो अच्छा होता।

भारत के विभाजन का गाँधी उत्तरदायी था।
हिन्दुओं की हत्याओं का गाँधी उत्तरदायी था।
अहिंसा, सत्याग्रह के आड में, गाँधी एक अत्याचारी था।
बापू महात्मा के खाल में छिपा, गाँधी एक दुराचारी था।
ब्रिटिश का दलाल था, जिसका तुम्हें मलाल था।
गोडसे तु उनको संत का अर्थ समझाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु उस दिन गोली चलाया होता तो अच्छा होता।
गोडसे तु पहले आया होता तो अच्छा होता।
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गोकुल कुमार पटेल


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