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Friday 19 October 2012

बेवफा


बेवफा

हर पल तेरा नाम लिया मैंने l
  पल पल तुझे याद किया मैंने l l

पूछ लो सारी फिजाओं से,
रब से कितना फ़रियाद किया मैंने l

काँस महसूस कर सकते तुम सांसे मेरी ,
हर साँस को तेरे नाम से जिया मैंने l l

  हर आरजू तुमसे है पूरी हर ख्वाहिश तुमसे है जुडी मेरी,
तेरे ही प्यार के सपने मन में संजो लिया मैंने l

भूल न पाउँगा मैं तेरी मुस्कान कभी,
इस कदर तुमसे प्यार किया मैंने l l

हो सके तो खता बक्श देना मेरी,
शायद बहुत परेशान भी तुझे किया मैंने l

पर रास न आई तुझे पाक मोहब्बत मेरी,
जा बेवफा तुझसे नाता तोड़ लिया मैंने l l

(इन रचनाओ पर आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए मार्गदर्शक बन सकती है, आप की प्रतिक्रिया के इंतजार में l)

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