ये है आज के छात्र
ये है आज के छात्र, ये है आज के छात्र l
पढ़ना तो है नहीं सिर्फ दिखावे के मात्र ll
जब भी ये पहुचे स्कुल l
नियम अनुशासन गए भूल ll
बालो को पहले ये संवारते l
फिर पान और गुटका चबाते ll
रंग बिरंगे कपडे पहनकर स्कुल आते l
यूनिफार्म का वो मजाक उड़ाते ll
अकसर वो फ़िल्मी गीत है गाते l
रास्ट्रीय गीत गाने में शरमाते ll
बैठ कुर्सी पर गप लड़ाते l
तांकाझांकी करके लड़कियों को चिढाते ll
सप्ताह में दो दिन स्कुल आते l
होमवर्क भी न घर से करके लाते ll
शिक्षक को तरह तरह के बहाने सुनाते l
जब कभी समय पर शिक्षक नहीं आते ll
जमकर ये शोर मचाते l
खेलकूद में समय बिताते अपने को सदाचारी बताते ll
छात्रा शिक्षक को, छात्र शिक्षिका को पटाकर,
भेदभाव और असमानता मिटाते,
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(इन रचनाओ पर आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए मार्गदर्शक बन सकती है, आप की प्रतिक्रिया के इंतजार में l)
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